“वास्तविकता”
जो दिखता है असल में वह होता नहीं और जो होता है वह दिखाया नहीं जाता यही स्थिति है हमारे (भारत) देश...
“भीम संकल्प दिवस”
जय भीम जय भारत
"बाबा साहेब अम्बेडकर" जी ने बडौदा गुजरात, रेलवे-स्टेशन के पास पार्क में एक पेड के नीचे बैठकर...
#LockDown : “मजदूर हितैषी बहनजी:
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बसपा का हाथ श्रमिकों के साथ गरीब प्रवासी मजदूरों के दर्द की आवाज़ सिर्फ भारत नायिका बसपा सुप्रीमो मा. बहन मायावती जी...
“पर्दे के पीछे” (वास्तविकता)
भाजपा सरकार के (2014-2020) कार्यकाल में भारत का डंका पूरे विश्व में बज रहा है लेकिन हकीकत इसके उलट है ।
#LockDown “मजदूरों की दुर्दशा”
पोस्ट पढ़े और तय करें इसमें सरकार तो पूरी तरह जिम्मेदारी है ही लेकिन पढ़े लिखे और मौका परस्त लोग भी उतने...
“सिंह-साहब” के विद्यालय से (105)
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बहुजन युवाओं की जानकारी हेतु
आज आपके लिए अठारह साल...
नेतृत्व की सुदर्शन छवियां दिखाता रह गया मीडिया, मार गई महामारी, ढह गई इकोनॉमी – मृणाल पांडे का लेख
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शर्मनाक आपाधापी और लाल बुझक्कड़ी सलाहों से घिरे इस देश की अर्थव्यवस्था विकसित तो क्या ही होती, जितनी थी, उतनी भी नहीं...
1 जनवरी, #शौर्य_दिवस – ‘भीमा कोरेगांव’
सन् 1818 को इसी दिन केवल 500 महार सैनिकों ने 28000 पेशवाई फ़ौज को हराकर #भारत को #जातिमुक्त और #लोकतांत्रिक बनाने की...
“सिंह साहब के विद्यालय से” – Sr. Sobran Singh
बहुजन समाज पार्टी ही देश में एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कभी भी चुनाव-घोषणा-पत्र जारी करने में विश्वास नहीं करती। वह काम...
लोकतंत्र खतरे में
आज हमारा भारत देश जिसे हम लोकतांत्रिक देश कहते हैं उस देश की लोकतांत्रिकता खतरे में है आज पूरे देश में जो...
#UPSC_Scam क्या है?
10 प्वायंट्स में जानें कि #UPSC_Scam क्या है? पूरा पढ़ें और शेयर करें।
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“भारत में बढती बेरोजगारी”
भारत में बेरोजगारी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ये है शिक्षा की कमी, अच्छे शिक्षक की भी कमी और गोरमेंट नैकरी में धाधली, इन...
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“शौर्य दिवस” – ‘भीमा कोरेगांव’ (Bhima-Koregaon)
सन 1818 को इसी दिन केवल "500 महार सैनिकों ने 28000 पेशवाई फ़ौज" को हराकर भारत को 'जातिमुक्त' और 'लोकतांत्रिक' बनाने की...
‘सिंह-साहब’ की कलम से (श्री सोबरन सिंह सीनियर #बसपा नेता -आगरा )
बहुजन युवाओं की जानकारी हेतु -
जिन युवओं को राजनीति के साथ साथ...
बसपा सुप्रीमो मायावती – “बहनजी”
#बहनजी पर आज ये लेख पढ़ा बहुत ही अच्छा लगा और यह लेख उनके आलोचकों को जवाब भी है। दुनियाँ है कुछ...
कीमत चुकाए बगैर सामाजिक परिवर्तन सम्भव नहीं
मान्यवर कांशीराम जी ने हमे महात्मा-ज्योतिबा-फुले, छत्रपती-शाहूजी-महाराज और बाबासाहब डॉ भीमराव-आंबेडकर जी एंव उनके द्वारा चलाये गये मुव्हमेंट की और देखने और...